धी नि ता ना ना ढेरे ना ना धी नि ता ना ना ढेरे ना ना धी नि ता ना ना ढेरे ना ना धी नि ता ना ना ढेरे ना ना आज की दिशा मे चला यू ही अकेला हो आज की दिशा मे चला यू ही अकेला इस जहाँ मे तू आया है जाए गा अकेला इस चक्रव्यूह की भाटी तू ना जाने इस चक्रव्यूह की भाटी तू ना जाने लहू लहू लहू बहे तेरा लहू लहू लहू बहे तेरा हम ने थी पढ़ी वो पंचतत्र हम ने थी पढ़ी वो पंचतत्र कलयुग का है नया पुराण बंदू साधु के लहू से लटपट बंदू साधु के लहू से लटपट अर्जुन क्यू ढूँढे क्रिशन मुरार अर्जुन क्यू ढूँढे क्रिशन मुरार अर्जुन क्यू ढूँढे क्रिशन मुरार कितने तू बाण खाएगा, कितना लहू बहैएगा कितने तू बाण खाएगा, कितना लहू बहैएगा कितने तू बाण खाएगा, कितना लहू बहैएगा कितने तू बाण खाएगा, कितना लहू बहैएगा गिरजा शरण मे तू इसकी, जन्नत यही दिलाएगा गिरजा शरण मे तू इसकी, जन्नत यही दिलाएगा