चाँद छुपा रे, बादलों से चाँद छुपा रे, बादलों से छायी घटा रे, बादलों से तेरे नैन छुपे जो, तेरी पलकों से तेरा दिल जब धड़के, मेरी साँस थमे जब से तुझे देखा है रब से तुझे मांगा है जब से तुझे देखा है रब से तुझे मांगा है मेरी जान तू, अरमान तू मकसद भी तू, मेरी जुस्तजू अब आ भी जा मेरे तेरी ही बातें रहती हैं मेरी यादों में तू मुझे दिखे बस हर जगह एक सपना ले के बैठा हूँ अपने ख्वाबों में बिखरता लगे तेरी बंदिश में तू ही आसमां तू ही मंज़िल मेरे मंज़िल में तू ही शामिल इस प्यार को यूँ ना रूकने दे ज़रा मेरी रूह में तू समाया तेरे इश्क़ ने ही सिखाया मुझे ज़िंदगी जीने की एक वज़ह मेरी जान तू, अरमान तू मकसद भी तू, मेरी जुस्तजू अब आ भी जा मेरे रुबरू रुबरू