जाने तू मेरा क्या है, जाने तू मेरा क्या था तू ही मेरा हर पल, तू ही हर लमहा था जाने कैसी कशिश है, जाने कैसी ख़लिश है क्यूँ ये साँसे थमी हैं? आँखों में क्यूँ नमी है? है दोस्ती, हम को यकीं था दोस्ती थी और कुछ भी नहीं था है कैसा ये दर्द नया सा? क्यूँ दिल लगता टूटा-टूटा सा? जानाँ, दिल जानाँ कैसे मैंने ना जाना कि प्यार यही है? ये जाने तू या जाने ना जानाँ, दिल जानाँ कैसे तूने ना जाना ये प्यार ही है? हाँ, जाने तू या जाने ना जाने तू मेरा क्या है, जाने तू मेरा क्या था तू ही मेरा हर पल, तू ही हर लमहा था होती थी तुझसे सुबह हर दिन की तेरी दोपहर से शाम की धुन थी होती थी रातें तेरी बातों में खोए तेरे ख़यालों में ही जागे और सोए तू जो नहीं तो क्या रहा? जाने तू मेरा क्या है, जाने तू मेरा क्या था तू ही मेरा हर पल, तू ही हर लमहा था जाने कैसी कशिश है, जाने कैसी ख़लिश है क्यूँ ये साँसे थमी हैं? आँखों में क्यूँ नमी है? जानाँ, दिल जानाँ कैसे मैंने ना जाना कि प्यार यही है? ये जाने तू या जाने ना जानाँ, दिल जानाँ कैसे तूने ना जाना ये प्यार ही है? हाँ, जाने तू या जाने ना