जिंदगी की राह में टकरा गया कोई यूं जिंदगी की राह में इक रोशनी अंधेरे में बिखरा गया कोई यूं जिंदगी की राह में वो हादसा वो पहली मुलाकात क्या कहूं वो कहर वो गजब वो जवा मुझको याद है वो उसकी बेरुखी की अदा मुझको याद है मिटता नहीं है ज़ेहन से यूं छा गया कोई यूं जिंदगी की राह में टकरा गया कोई यूं जिंदगी की राह में पहले वो मुझको देखकर बरहम सी हो गई पहले वो मुझको देखकर बरहम सी हो गई फिर अपने ही हसीन खयालों में खो गई बेचारगी पे मेरी उसे रेहम आगया शायद मेरे तड़पने का अंदाज़ भा गया सासों से भी करीब मेरे आगया कोई यूं जिंदगी की राह में टकरा गया कोई यूं जिंदगी की राह में इक रोशनी अंधेरे में बिखरा गया कोई यूं