मैं हूँ ना तेरा, ना सोच तू है यहाँ अकेला मुश्किल घड़ी में साथ कोई हो-ना-हो मैं हूँ ना तेरा मैं हूँ ना तेरा, ना सोच तू है यहाँ अकेला मुश्किल घड़ी में साथ कोई हो-ना-हो मैं हूँ ना तेरा लगने लगे जो रात काली, घनेरी, डरावनी सी, ओ हम साथ हैं तो अँधेरे मिटा दे, फिर तेरे इरादें और तू कर दे सँवेरा, ना सोच तू है यहाँ अकेला मुश्किल घड़ी में साथ कोई हो-ना-हो मैं हूँ ना तेरा पाऊँ मैं तुझको जब भी पुकारूँ तू साथ में मेरे हो मौक़ा दे मुझको तेरे दर्द बाँटू शिकन को मिटा दूँ और मैं ले लूँ ग़म तेरा, ना सोच तू है यहाँ अकेला मुश्किल घड़ी में साथ कोई हो-ना-हो मैं हूँ ना तेरा, मैं हूँ ना तेरा मैं हूँ ना, मैं हूँ ना तेरा