प्यार जो हो बे-क़ाबू ज़रा ऐसी ना कोई ज़ालिम सज़ा प्यार जो हो बे-क़ाबू ज़रा ऐसी ना कोई ज़ालिम सज़ा समझाएँ फिर भी समझे कहाँ हमरा सजनिया हमरा सजनिया ♪ उनकी ये कैसी साज़िश भला धोख़े से कर दे जादू बड़ा समझाएँ फिर भी समझे कहाँ हमरा सजनिया हमरा सजनिया ♪ ख़ौफ़ करूँ या प्यार करूँ? यूँ दिल को तमंचे पे ना तू खिला ख़ौफ़ करूँ या प्यार करूँ? यूँ दिल को तमंचे पे ना तू खिला फूल से ज़्यादा काँटों भरा तू फिर ना कभी यूँ गले से लगा इत्र लहू सा लागे पिया (लागे पिया, लागे पिया) इत्र लहू सा लागे पिया ख़ुशबू से घायल साँसे, जिया मर जाएँ फिर भी ना छूटे, यार हमरा सजनिया हमरा सजनिया ♪ (प्यार जो हो बे-क़ाबू ज़रा) (ऐसी ना कोई ज़ालिम सज़ा) ♪ (हमरा सजनिया)