हीरे-मोती मैं ना चाहूँ मैं तो चाहूँ संगम तेरा मैं तो तेरी, सैयाँ, तू है मेरा सैयाँ सैयाँ तू जो छू ले प्यार से, आराम से मर जाऊँ आजा, चंदा बाँहों में तुझमें ही गुम हो जाऊँ मैं तेरे नाम में खो जाऊँ सैयाँ सैयाँ सैयाँ सैयाँ सैयाँ सैयाँ मेरे दिन खुशी से झूमें, गाएँ रातें पल-पल मुझे डुबाएँ जाते-जाते तुझे जीत-जीत हारूँ ये प्राण-प्राण वारूँ हाए, ऐसे मैं निहारूँ तेरी आरती उतारूँ तेरे नाम से जुड़े हैं सारे नाते सैयाँ सैयाँ ये नरम-नरम नशा है, बढ़ता जाए कोई प्यार से घूँघटिया देता उठाए अब बावरा हुआ मन जग हो गया है रोशन ये नई-नई सुहागन हो गई है तेरी जोगन कोई प्रेम की पुजारन मंदिर सजाए सैयाँ सैयाँ