दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है ये महल-अटारी नहीं चाहिए ये महल-अटारी नहीं चाहिए तेरे दिल में गुज़ारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी ♪ मेरे सनम, मुझे तेरी क़सम मेरी जान भी तू, ईमान भी तू तेरे दम से है मेरा दम जान भी तू, अंजान भी तू पैसा-वैसा क्या करना मुझे पैसा-वैसा क्या करना मुझे तेरा नज़ारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी ♪ प्यार मोहब्बत से दुनिया में कुछ बढ़कर होता भी नहीं दौलत जाए तो जाए कोई प्यार बिना रोता भी नहीं ऐश-ओ-मसर्रत नहीं चाहिए मुझे ऐश-ओ-मसर्रत नहीं चाहिए तेरे नाम का सहारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी क्या करनी क्या करनी