पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम ख़ाबों के तकिए आंखों के बादल मौसम के कांधे पत्तों का आंचल पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम ♪ बातों के झरने आहट की बोली लाए हैं हम बातों के झरने आहट की बोली बादल में बहती कश्ती अकेली पेड़ों पे बारिश पत्तों का पानी तुलसी के पीछे रातों की रानी पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम ♪ वादी में गुज़रा छोटा सा रस्ता लाए हैं हम वादी में गुज़रा छोटा सा रस्ता कोहरे के पीछे सूरज का चेहरा कैसे बताएं क्या ख़ाब देखे मंदिर पे बैठे उजले परिंदे पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम पलकें खोलो देखो ज़रा लाए हैं हम