काश ये कह पाता कि दिल में मेरे क्या है ना कह पाता तुझे, पर मेरी आँखों में लिखा है मेरा चेहरा तू ना पढ़ पाती, ये कैसा नखरा है इशारे भी ना समझे या फिर सब तुझे पता है? Photo तेरा ही तो ताकूँ, गलियों में तुझी को झाकूँ रातें कैसे मैं ये काटूँ, ये बता भी दे? चाहे जो भी हों झमेले, आजा, मिलते हैं अकेले दुनिया बोले जो भी बोले, है पड़ी किसे तू ही मेरी है आरज़ू मेरे लफ़्ज़ों की है जुनूँ जाने कैसे मैं ये कहूँ तू ही मेरी है आरज़ू अब जो मिलोगी, सारी बातें हम करेंगे कहना जो भी हम कहेंगे, जो ना कह सके तुम्हें आँखों से तुम ये जताना, कितना प्यार तुमको भी है बातों-बातों में दे जाना अपना हाथ हमें Photo तेरा ही तो ताकूँ, गलियों में तुझी को झाकूँ रातें कैसे मैं ये काटूँ, ये बता भी दे? चाहे जो भी हों झमेले, आजा, मिलते हैं अकेले दुनिया बोले जो भी बोले, है पड़ी किसे ना-रन, ना-ना-ना, आरज़ू ना-रन, ना-ना, न-ना, न-ना-ना जाने कैसे..., न-ना, न-ना, ना-ना-ना तू ही मेरी है आरज़ू तू ही मेरी है आरज़ू मेरे लफ़्ज़ों की है जुनूँ जाने कैसे मैं ये कहूँ तू ही मेरी है आरज़ू तेरी आरज़ू क्या-क्या करवाती तेरी आरज़ू तू ही बता दे मेरी आरज़ू जाने क्या होगा अब मेरा!