सजदे किए हैं तेरे, तब तू मिला है तू कहाँ कम है, तू भी तो ख़ुदा है तूने ऐसे गले से लगाया (हो) तूने ऐसे गले से लगाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ तूने ऐसे गले से लगाया तूने ऐसे गले से लगाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ नि नि नि सा सा नि सा सा पा धा नि सा नि नि सा सा नि सा पा नि सा सा नि नि नि सा सा नि सा सा पा धा नि सा नि नि नि सा सा नि नि नि सा सा नि सा नि नि नि सा सा नि सा गा रे गा रे सा नि नि नि सा सा नि सा गा रे गा रे सा नि नि नि सा सा नि सा गा रे गा रे सा रे गा रे सा, रे गा रे सा, रे गा रे सा, रे गा रे सा नि नि सा सा पा पा नि नि मा मा पा पा गा गा मा मा रे रे गा गा सा सा रे रे नि नि सा नि नि सा सा पा पा नि नि मा मा पा पा गा गा मा मा गा मा पा नि धा, गा मा पा नि धा, गा मा पा नि सा नज़र ना लग जाए, टीका लगा दूँ नज़र ना लग जाए, टीका लगा दूँ ਆਜਾ, ਸੋਹਣੇ ਮਾਹੀ, ਤੈਨੂੰ ਰੱਜ ਕੇ ਸਜਾ ਦੂੰ रज-रज के जो तूने सजाया रज-रज के जो तूने सजाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਓ, ਸੱਜਣਾ, ਤੂੰ ਜੋ ਹੈ ਨਹੀਂ फिर क्या ज़रूरत साँसों की? ਤੇਰੀ-ਮੇਰੀ ਟੁੱਟ ਗਈ तो क़ीमत क्या तेरी बातों की? ओ, जो तू ऐसे चला गया तो क्या बोलूँ मैं रातों को? दिन-रातों में ली थीं क़स्में ग़लती क्या उन रातों की? तू मेरा है, फिर कह देना मुझे ज़िंदा अब रहने देना मेरे हाथ को आ के थाम ले तुझे क़सम लगे इन हाथों की इश्क़ का ऐसा खेल रचा है इश्क़ का ऐसा खेल रचा है कौन है यहाँ जो इससे बचा है? इश्क़ मुझको जो तूने सिखाया इश्क़ मुझको जो तूने सिखाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ मुझको ऐसे गले से लगाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ... ऐसे गले से लगाया ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ ਵੇ ਸੱਜਣਾ, ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਹੋ ਗਈ