दो क़दम मेरे साथ चल के जाने क्यूँ तुम रुक गए कहने को थीं बातें कई लफ़्ज़ मगर थम गए तुझसे बिछड़ के दिल ये मेरा रूठा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा ♪ माँगी थी दुआ जो रब से, पूरी हो ना पाई इश्क़ मेरा क्यूँ अधूरा रह गया? हो, माँगी थी दुआ जो रब से, पूरी हो ना पाई इश्क़ मेरा क्यूँ अधूरा रह गया? साथ तेरे देखा था, वो टुकड़ों सा बिखर के ख़्वाब मेरा आँसुओं में बह गया वादों से मुकर गया ये दिल तो कैसे बतलाऊँ? जो दर्द देके गया, ख़्वाहिश है उनमें मर जाऊँ तेरी मोहब्बत का हर सपना झूठा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा दिल टूटा ही रहा, दिल टूटा ही रहा