यार, कल ना मुझे एक बहुत ही अजीब सपना आया (क्या?) यार, मेरे हाथ में बंदूक थी और कोई मेरे सामने हाथ ऊपर करके खड़ा था (अच्छा, फ़िर?) Trigger के दबते गई जान सारी Sharpshooter मेरे पड़े तुम पे भारी चंट बनती है ये काली दुनिया, साली काले पैसों से खरीदे काली गाड़ी अब ख़तम करते हैं दलाली की बीमारी हँसते-हँसते घाव देते हैं ये अत्याचारी भ्रम में रहते, कहते खुद को "ब्रह्मचारी" काले शब्द वाले ब्रह्मचारी लेते मेरी जानकारी मेरा पैर जैसे अंगद, बहुत भारी Race में दौड़ते सारे मेरे ही घोड़े हैं System ने मेरे आगे हाथ जोड़े हैं भेदभाव करने वाले सारे गोरे हैं देश चलाने वाले भी तो सारे सो रहे हैं मेहनत करने वाले करते हैं हुकूमत चार पैसे क्या कमाए, साले, झूल मत चाँटे कितने खाए बचपन में भूल मत मुझे देख के सलाम कर, घूर मत २० murder एक साल में, Kaio-ken मेरी जात में मैं डरता अपने बाप से, मैं चलता अपनी राख पे मैं कहता चीर-फाड़ के, "जो उखाड़ना, उखाड़ ले" Underground मैं ना जानता मुझे कोई ना पहचानता मैं शक्तियों में ना मानता, मैं चेले नही पालता मैं खाता ना उधार का मैं झूठे vote नहीं डालता, डालता गिनते-गिनते सिक्के पूरे हुए १०० घिसड़-घिसड़ के sharp हुए मेरे claw गाते-गाते आवाज़ हुई मेरी raw ऊपर बढ़ती ज़िंदगी में ना कोई flaw ये गाना नहीं होना चाहिए flop (ना) एक दिन में ना कोई पहुँचे on top (ना) लग जाए इनके मुँह पे full stop (हाँ) जब मेरा भाई करे beat drop (Yeah) हमारी मुश्किलों के धागे सुलझते नहीं हमारे सपनो के बादल क्यों बरसते नहीं? समझदारों में से भी कोई समझता नहीं पीछे से आलू डालने पे सोना निकलता नहीं देख के अनदेखा करना काम इनका रोज़ का क्या बढ़िया फ़ायदा उठाया है दोनों आँखों का जनता का पैसा चुरा के कब तक तू भागेगा? बरबाद हुआ पूरा संसार, अब तो मान जा खाल चाहे तुम कितनी भी उखाड़ लो चाहे कितनों को भी तुम उधार दो भरने वाले भरते रहेंगे सारी ज़िंदगी इनकी ज़िंदगी को भी थोड़ा सँवार दो हम से भी तो कभी थोड़ा सा ज्ञान लो मेरी बातों पर भी तुम थोड़ा सा ध्यान दो धोने से नहीं जाती है ये मन की गंदगी पहले अपनी आदतों को तुम सुधार लो अपनी आदतें सुधार लो अपनी आदतें सुधार लो (अपनी आदतें सुधार लो) अपनी आदतें सुधार लो