ना ज़मीं चाहिए, ना फ़लक चाहिए मुझको मेरे सनम की झलक चाहिए ना ज़मीं चाहिए, ना फ़लक चाहिए मुझको मेरे सनम की झलक चाहिए उनसे बिछड़ा तो मैं बंजारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया ਮੁਝਸੇ ਮਿਲਾ ਦੇ, ਰੱਬਾ, ਮੇਰੇ ਸੋਹਣੇ ਯਾਰ ਕੋ मत आज़मा तू ऐसे मेरे इंतज़ार को सीने में तेरे भी दिल तो धड़कता होगा क्यूँ नहीं तू मिलने देता दो दिलों के प्यार को? उनसे बिछड़ा तो दिल बे-सहारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया मेरा नसीब है वो, मेरा हबीब है फ़ासले हैं दरमियाँ, पर दिल के क़रीब है तुझसे ये इल्तिजा है, एहसान इतना कर दे यार से मिला सके ना तो ये जाँ फ़ना कर दे बिछड़ा तो मैं बंजारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया आसमाँ से टूटा हुआ तारा बन गया