झलक तुम्हारी ओ प्यारे भगवन, पलक में भरके दिखा रहे हम फ़लक से हम यही गा रहे, कराने वाला करा रहा है, करनहार हम किये जा रहे करन करावन हार तुम्ही हो, तुम्ही तो करते तुम्ही कराते बने हैं हम तो निमित्त केवल, हम अपनी उंगली भल लगाते उठा के अपने हाथों गोवर्धन, हमारी रक्षा किये जा रहे कराने वाला करा रहा है... है प्रसन्न प्रभु की पालना से, तुम्ही बने हो हमारे पालक वाह जो है सारे जग का मालिक, हम उसके प्यारे बने हैं बालक हुकमी हुकुम चला रहा है, हम सच्चे दिल से किये जा रहे कराने वाला करा रहा है... ये ज्ञान बुद्धि बल सब तुम्हारा, बस ध्यान इतना हमें है धरना हम भी तुम्हारे, सब है तुम्हारा, अहंकार किस बात का कारण तेरे हवाले कश्ती हमारी, बड़े प्यार से लिये जा रहे... कराने वाला करा रहा है...