पग-पग पे तेरे पैरों के निशां दिल पे मेरे हर जगह ढूँढ़ा तुझे बाहर कितना पर था तू अंदर छिपा पग-पग पे तेरे पैरों के निशां दिल पे मेरे हर जगह ढूँढ़ा तुझे बाहर कितना पर था तू अंदर छिपा मान लिया: है तेरे जहा में मेरा भी है हिस्सा तेरा जो बस साया भी मिले बन जाये मेरा किस्सा जिस दिन से तुझे जान लिया पाया है खुद का पता पग-पग पे तेरे पैरों के निशां दिल पे मेरे हर जगह मेरी सारी शर्तें तेरे आगे झुक गयी सारा जहां चलता रहा मैं रुक गयी मेरी सारी शर्तें तेरे आगे झुक गयी सारा जहां चलता रहा मैं रुक गयी जो भी किया तेरे लिये मैं जी रही हूँ तेरे लिये क्या मेरी नज़रों से है नहीं ये लाज़मी? तेरी नज़र से नज़र जो मिली उड़ने लगा मन मेरा तेरी तरफ़ ही है जाने लगा मेरा हर एक कावां चल, चल, चल मुझे मिल के चल तू है जहाँ जा रहा खाली है दिल तो दे-दे मुझे क्या है तेरा जा रहा!