दो लफ़्ज़ की है, बात एक ही है क्यूँ दरमियाँ फिर रुकी-रुकी? कह भी ना पाएँ, रह भी ना पाएँ क्यूँ बेवजह है ये बेबसी? तुम में हम हैं, हम में तुम हो तुमसे हम हैं, हमसे तुम हो किस्मतों से मिलते हैं दो दिल यहाँ हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में ख़ुशनसीब हैं हम, जिनको है मिली ये बहार ज़िंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में ♪ प्यार ना हो तो ज़िंदगी क्या है यार ना हो तो बंदगी क्या है प्यार ना हो तो ज़िंदगी क्या है यार ना हो तो बंदगी क्या है तुझसे ही हर ख़ुशी है तेरे दम से आशिक़ी है, जान ले मिल जाए हम तो (मिल जाए हम तो) सब कुछ सही है (सब कुछ सही है) फिर इस तरह क्यूँ हैं अजनबी? (फिर इस तरह क्यूँ हैं अजनबी?) तुम में हम हैं, हम में तुम हो तुमसे हम हैं, हमसे तुम हो किस्मतों से मिलते हैं दो दिल यहाँ हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में (हाँ, किसी को ही है मिलता ये ज़िंदगी में) (ख़ुशनसीब है जो हमें मिला ज़िंदगी में) (हाँ, किसी को ही है मिलता ये ज़िंदगी में) (ख़ुशनसीब है जो हमें मिला ज़िंदगी में) ♪ तू मोहब्बत है, इश्क़ है मेरा एक इबादत है साथ ये तेरा तू मोहब्बत है, इश्क़ है मेरा एक इबादत है साथ ये तेरा जब दिल से दिल मिले हैं फिर क्यूँ ये फ़ासले हैं इस तरह आ, बोल दे तू (आ, बोल दे तू) या बोल दूँ मैं? (या बोल दूँ मैं?) कब तक छुपाएँ ये बेखुदी (कब तक छुपाएँ ये बेखुदी) तुम में हम हैं, हम में तुम हो तुमसे हम हैं, हमसे तुम हो किस्मतों से मिलते हैं दो दिल यहाँ हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में ख़ुशनसीब हैं हम, जिनको है मिली ये बहार ज़िंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में तू है तो मैं हूँ, तू है तो मैं... तू है तो मैं हूँ, तू है तो मैं...