फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?) फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?) कितनी बातें दिल के अंदर एक कतरे में सात समुंदर (क्या कहना) (भाई क्या कहना, भाई क्या कहना) फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?) ♪ सुंदर ये परदेस है कैसा कुछ-कुछ अपने देश के जैसा सुंदर ये परदेस है कैसा कुछ-कुछ अपने देश के जैसा अपना तो संदेस है ऐसा देस हो जैसा, भेस हो वैसा इसलिए तो... इसलिए तो टोपी छोड़ी लंबा-चौड़ा टोप है पहना क्या कहना फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?) ♪ अरे, दिल तोड़ने की बेशक़ है आदत तेरी पर ये दिल टूट जाने की चीज़ नहीं है तुझको दीवाना अपना ना कर दूँ अगर तू भी कहना ये शख्स कोई चीज़ नहीं है (वाह! वाह!) यूँ ना देख, ओ सुंदर नारी मुझे समझियो ना ब्रम्हचारी अरे, यूँ ना देख, ओ सुंदर नारी मुझे समझियो ना ब्रम्हचारी ऐसा ना हो तेरे कारण बन जाऊँ मैं प्रेम पुजारी बसकर बस में... बसकर बस में बेबस बस जाए ना बस नैनो में नैना (क्या कहना) (भाई क्या कहना, भाई क्या कहना) फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) अरे, कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?) अरे, दीवाने देखे तुमसे बहुत ज़माने में पहले पीछा करते हैं, फिर मिलते हैं जेलखाने में (ਓਏ, ਹੋਏ, ਹੋਏ, ਹੋਏ, ਐ ਵੀ ਕਮਾਲ ਹੈ) ♪ अच्छा इतना जोश नहीं है अच्छा इतना जोश नहीं है लेकिन तुमको होश नहीं है छेड़ोगे तो काटेगी नागिन का कोई दोष नहीं है (ओए-होए) कोई डूबे, पार लगे दरियाँ को अपने रस्ते बहना (क्या कहना) (भाई क्या कहना, भाई क्या कहना) (क्या कहना) (क्या कहना) ♪ कितनी छोटी ये मुलाक़ातें छेड़ो मीठी-मीठी बातें हाँ, कितनी छोटी ये मुलाक़ातें छेड़ो मीठी-मीठी बातें हम सब को इक साथ हैं रहना १६ दिन और १७ रातें दिन तो ख़ैर... अरे, दिन तो ख़ैर गुज़र जाएगा कैसे बीतेगी ये रैना? (क्या कहना) फिर तोते से मैना (क्या कहना) कुछ मैं..., कुछ तुम... (क्या कहना?) कितनी बातें दिल के अंदर एक कतरे में सात समुंदर (क्या कहना) (भाई क्या कहना, भाई क्या कहना) हाँ, फिर तोते से बोली मैना (क्या कहना) कुछ मैं बोलूँ, कुछ तुम कहना (क्या कहना?)