ऐ, मेरी वफ़ा, ऐ, मेरे सनम ऐ, मेरी वफ़ा, ऐ, मेरे सनम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम आँखों में मेरी कुछ आँसू अब भी बाकी हैं जो मेरे ग़म के साथी हैं तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम ♪ बेताबी दिल की ये कैसे बताऊँ मैं? तेरे ही खाबों की झालर सजाऊँ मैं तू मेरी दुआ, तू मेरी क़सम ऐ, मेरी वफ़ा, ऐ, मेरे सनम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम आँखों में मेरी कुछ आँसू अब भी बाकी हैं जो मेरे ग़म के साथी हैं तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम ♪ फिर वो ही रात आई, मिलने तो आना तुम बस वादा अपना वो ना भूल जाना तुम तेरे दम से मेरा ये दम ऐ, मेरी वफ़ा, ऐ, मेरे सनम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम आँखों में मेरी कुछ आँसू अब भी बाकी हैं जो मेरे ग़म के साथी हैं तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम तेरी यादों में ही अब तो जीते हैं हम ज़हर दर्द-ए-जुदाई का पीते हैं हम