ढूंढ़ रहा हूं यारों मैं तुमको कहां गए वो दिन घर से निकलना रातों को मिलना कहां गए वो दिन, वो दिन यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं फिर से मिलेंगे, साथ चलेंगे आएंगे फिर वो दिन बातें भी होंगी, रातें भी होंगी आएंगे फिर वो दिन, वो दिन यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं यारों के बिन है कहानी नहीं यारों के बिन जिंदगानी नहीं