धूप से निकल के, छाँव से फिसल के हम मिले जहाँ पर, लम्हा थम गया आसमाँ पिघल के, शीशे में ढल के जम गया तो तेरा चेहरा बन गया दुनिया भुला के तुम से मिला हूँ निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ राँझे की दिल से है दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ हाँ, निकली है दिल से ये दुआ हो-हो, रंग दे तू मोहे गेरुआ ♪ हो, तुम से शुरू, तुम पे फ़ना है सूफ़ियाना ये दास्ताँ मैं कारवाँ, मंज़िल हो तुम जाता जहाँ को हर रास्ता तुम से जुड़ा जो, दिल ज़रा सँभल के दर्द का वो सारा कोहरा छन गया दुनिया भुला के तुम से मिला हूँ निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ हो, राँझे की दिल से है दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ ♪ ओ, वीरान था दिल का जहाँ जिस दिन से तू दाख़िल हुआ एक जिस्म से एक जान का दर्जा मुझे हासिल हुआ हो, फीके हैं सारे नाते जहाँ के तेरे साथ रिश्ता गहरा बन गया दुनिया भुला के तुम से मिली हूँ निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ राँझे की दिल से है दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ हाँ, निकली है दिल से ये दुआ हो-हो, रंग दे तू मोहे गेरुआ