सजा दो घर को गुलशन सा सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं सजा दो घर को गुलशन सा सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं अवध में राम आए हैं मेरे सरकार आए हैं अवध में राम आए हैं मेरे सरकार आए हैं मेरे सरकार आए हैं लगे कुटिया भी दुल्हन सी लगे कुटिया भी दुल्हन सी मेरे सरकार आए हैं सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं ♪ पखारो इनके चरणो को बहाकर प्रेम की गंगा पखारो इनके चरणो को बहाकर प्रेम की गंगा बहाकर प्रेम की गंगा बिछा दो अपनी पलको को बिछा दो अपनी पलको को मेरे सरकार आए हैं सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं ♪ उमड़ आई मेरी आंखें देख कर अपने भगवन को उमड़ आई मेरी आंखें देख कर अपने भगवन को देख कर अपने भगवन को हुई रौशन मेरी गलिया हुई रौशन मेरी गलिया मेरे सरकार आएं हैं सजा दो घर को गुलशन सा सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं अवध में राम आए हैं अवध में राम आए हैं