अब तो आधी ही बाक़ी हैं ये दूरियाँ ਕਿੰਨੀ ਵਾਰੀ ये ख़्वाहिश होगी पूरी ना हूँ फ़िर से मैं यहाँ अब तू भी आ जाना क्यूँ लगता है हर अब दिन को के रातें सूनी? तू जाने है कहाँ ये राहें आधी हैं बस, जाती ये मुझसे तुम तक क्यूँ ਇਕ ਵਾਰੀ ना इन पर तू चला? अब तो आधी ही बाक़ी है ये दूरियाँ ਕਿੰਨੀ ਵਾਰੀ ये ख़्वाहिश होगी पूरी ना हूँ फ़िर से मैं यहाँ अब तू भी आ जाना ♪ कैसे पूछूँ मैं "अब जाना है कहाँ?" है खोया रास्ता जाने रब ये किस राह पे तेरा पता मिल जाए तो मुझे भी देना बता आजा, आधा ही रास्ता अब बचा खोया हूँ मैं, तू है अब लापता तू मेरे ख़्वाबों में अब आके मिलता यूँ अब आके तू भी रुक जा ज़रा अब तो आधी ही बाक़ी है ये दूरियाँ ਕਿੰਨੀ ਵਾਰੀ ये ख़्वाहिश होगी पूरी ना हूँ फ़िर से मैं यहाँ अब तू भी आ जाना