आप को देख कर मुस्कुराने लगे दर्द मेरे आज सारे आप को देख कर ख़ाली सी आँखें ये आप से भर गई ख़्वाबों की इनमें अब कुछ जगह ना रही हम भी हम ना रहे आप को देख कर मुस्कुराने लगे दर्द मेरे आज सारे आप को देख कर ♪ खो कर तेरी गलियों में, मैंने पाया मेरा पता ग़म थे, फिर ख़ुशियों से हुआ मेरा है राब्ता खो कर तेरी गलियों में, मैंने पाया मेरा पता ग़म थे, फिर ख़ुशियों से हुआ मेरा है राब्ता ख़ाली सी आँखें ये आप से भर गई ख़्वाबों की इनमें अब कुछ जगह ना रही हम भी हम ना रहे आप को देख कर मुस्कुराने लगे दर्द मेरे आज सारे आप को देख कर