तेरे नूर से रौशन शाम-ओ-सहर है तेरा रू-ब-रू होना रब की मेहर है पहली बार में अपने से लगे तुम हम को सोचा ही नहीं, दिल दे बैठे उस वक़्त हम तुम को देखा तुझे तो लगा कि दिन बदल जाएँगे इश्क़ में तेरे, सनम अब हम सँवर जाएँगे देखा तुझे तो लगा देखा तुझे तो लगा कि दिन बदल जाएँगे इश्क़ में तेरे, सनम अब हम सँवर जाएँगे देखा तुझे तो लगा ♪ ज़िंदगी-भर तुम पे हम लुटाएँगे इश्क़-ए-शफ़क़त को बड़ी शान से तुम भी निभाना रस्म-ए-मोहब्बत को रस्म-ए-मोहब्बत को देखा तुझे तो लगा कि दिन बदल जाएँगे इश्क़ में तेरे, सनम अब हम सँवर जाएँगे देखा तुझे तो लगा देखा तुझे तो लगा कि दिन बदल जाएँगे इश्क़ में तेरे, सनम अब हम सँवर जाएँगे देखा तुझे तो लगा