नादान दिल था, अंजान हम थे जब तेरे संग थे, दूर ये ग़म थे ♪ मन्नतों के धागे बाँधे थे हमने तोड़ गए हो तुम वो क़सम से मोहब्बत की तलब में हम हाथ ना फैलाएँगे १०० दर्द दिए तुने, हम एक ना दे पाएँगे जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए मैं तन्हा-तन्हा रोऊँ... मैं तन्हा-तन्हा रोऊँ, मेरे यार तू मुस्काए जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए ♪ ना जाने कैसी तेरी दिल्लगी थी मेरी वफ़ा में क्या कोई कमी थी? खाए हैं बेशुमार धोखे हमने इश्क़ में फिर भी क्यों करते गए इंतज़ार इश्क़ में मोहब्बत की तलब में हम हाथ ना फैलाएँगे १०० दर्द दिए तुने, हम एक ना दे पाएँगे जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए मैं तन्हा-तन्हा रोऊँ... मैं तन्हा-तन्हा रोऊँ, मेरे यार तू मुस्काए जा फरेबी जा, तुझे मेरी दुआ लग जाए