(आई है चिट्ठी, आई है चिट्ठी) (आई है चिट्ठी, आई है चिट्ठी) आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की) आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की ♪ पाई जो मैंने माँ की चिट्ठी याद वतन की आई मिट्टी दिल भर आया, भीगी आँखें रुकने लगी ये मेरी साँसें सिसकियाँ लेने लगा घड़ी-घड़ी आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) ♪ आगे लिखा है, "जल्दी तू आजा दिवाली में दीप जला जा आने में अब देर ना करना इस चिट्ठी को तार समझना" तू जो घर आए तो आ जाए ख़ुशी आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) ♪ गाँव वही है, लोग वही है बदला यहाँ पर कुछ भी नहीं है बेटे, तू जो पास नहीं है लगता है तन में साँस नहीं है माँ से कोई बेटा जुदा हो ना कभी आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की आई है चिट्ठी मेरे नाम की आई है चिट्ठी मेरे नाम की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (आई है चिट्ठी मेरे नाम की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की) (इसमें बसी है ख़ुशबू मेरे गाँव की)