रुक ये जाएगी दुनिया ना होगी तुम को तो ख़बर ये ना तो रुकेगा तो फ़िर पल ये ना जाने, कब लौटेंगे कल ये फ़िर खाली सड़को पे मैं चलता मैं तो ठहरा, फ़िर गिर चुका देखो, लमहा ये चल पड़ा ना तो मुझे हुई ख़बर कभी, yeah! Yeah! लगता जैसे गिरे तो बारिशें मैं ठहरा यहाँ, जैसे फ़िर लेता इन पलों का मज़ा मैं भागू फ़िर गिरती थी बारिशों से तेज़ क्या ये तो फ़िर क़ाफ़ी है? हाँ, शायद क्यूँकी हूँ इनसान ज़खमों की दुनिया में ये दुनिया मुझ को देती ग़म मैं चाहूँ जाना फ़िर बितें उस पल की यादों में मैं तो फ़िर झुमूँ जाके बितें पल की गीतों में मेरी हाँ, शायद ख़्वाब है पर, बेरंगी क्यूँ ज़िंदगी है मेरी? अनगिनत नज़ारें है, कैसे लौटूँगा फ़िरसे? ना चलते क़दम मेरे, मेरे, Woah-oo-Oh! कर लो बंद अपनी आँखें, थामों हाथों को मेरे तो फ़िर हम चले कल में, कल में जैसे गुंजी है आवाज़ें बितें कल की मेरी कानों में ना हुआ है देखो कुछ भी, ये ज़िंदगी चल पड़ी है इशारें बादलों में उड़ चला में तो कहा पे सिरहाने है तस्वीरें तेरी, ये ज़िंदगी चल पड़ी, ये है सहीं तुम्हें मैं बता दूँ जो मैंने लिखा है लोग कहते, "देखो दुनिया है तो बदली" Um-um-um-um, तेरे-मेरे बीच ना तो देखो बदला है कुछ भी होती शुरू दिन जब तू मुस्कूराए आज बांधे इस आज को हम कल से Um-um-um-um-um रुका हूँ ना पर छुपू इन सायों में जब तक ना मिलें रोशनी अनगिनत नज़ारें है, कैसे लौटूँगा फ़िरसे? ना चलते क़दम मेरे, मेरे, Woah-oo-Oh! कर लो बंद अपनी आँखें, थामों हाथों को मेरे तो फ़िर हम चले कल में, कल में जैसे गुंजी है आवाज़ें बितें कल की मेरी कानों में ना हुआ है देखो कुछ भी, ये ज़िंदगी चल पड़ी है इशारें बादलों में उड़ चला में तो कहा पे सिरहाने है तस्वीरें तेरी, ये ज़िंदगी चल पड़ी, ये है सहीं जैसे गुंजी है आवाज़ें बितें कल की मेरी कानों में ना हुआ है देखो कुछ भी, ये ज़िंदगी चल पड़ी है इशारें बादलों में उड़ चला में तो कहा पे सिरहाने है तस्वीरें तेरी, ये ज़िंदगी चल पड़ी, ये है सहीं