चढ़ा ऐसा बुख़ार है के सब के सर सवार है जाने हैं किस फिराक में यह खून की ख़ुराक के जमाने इतना क्या हो गए हम खफा तुम तो मेरे यार थे जान के पहचान के तुम को अब क्या हो गया मिलो नकाब उतार के कहीं पे इतना क्या हो गए हम खफा? आइंदा मिलना मुझे सितारों के नीचे जहाँ पे जुगनुओं ने है बुने रास्ते हमारी चाहा तो के लिए सियासी थे बदल गए वो वादे जुमला बन्न गए जो करना था वो कर गए पर हम और तुम बिछड़ गए कहीं पे इतना क्या हो गए हम खफा? आइंदा मिलना मुझे सितारों के नीचे जहाँ पे जुगनुओं ने हैं बुने रास्ते हमारी चाहतों के लिए आइंदा मिलना मुझे सितारों के नीचे जहाँ पे जुगनुओं ने हैं बुने रास्ते हमारी चाहतों के लिए आइंदा मिलना मुझे सितारों के नीचे जहाँ पे जुगनुओं ने हैं बुने रास्ते हमारी चाहतों के लिए