Kishore Kumar Hits

B-Leaf - A.H.M.H lyrics

Artist: B-Leaf

album: Saalgirah


गुज़रा जो दिन बिन
देखे तुझे
वोह रात मैं
सोता नहीं
मेरे होंठों पे तेरे
होंठों की
रह सी जाती थी
जो कमी
याद है जब देखने तुझे मरता मैं
याद है जब तेरे लिए लड़ता मैं
गुज़र गए है वोह
दिन अब कहीं
और दिल में बात यह
रह गई
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है
जीता था अतीत में
गाता अब यह गीत मैं
जब तक रखे प्रीत यह रीत हैं
इस बात पर ढीट मैं
काफिरों में शातिर हूँ
यह सपनों का कातिल हूँ मैं
अरमाँ जो थे बादलों में
लिपटें पड़े चादरों में
खोया रहता ख़यालों में
कहदूँ बातें इशारों से
चूकें हुएँ निशानों से
बुनता जहाँ अरमानों में
दिल बस बतादे
वोह मंज़िल दिखादे
जो बदले यह इरादें
अब सिर्फ बच गयीं हैं -
यादें संभाल के
रखी तेरी जो
वोही किनारा
इस दर्या का
पर डूबूँगा मैं
फिर से नहीं
डर है मुझको
उन् लहरों का
याद है जब देखने तुझे मरता मैं
याद है जब तेरे लिए लड़ता मैं
गुज़र गए है वोह दिन अब कहीं
और दिल में बात यह रह गई
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है
अकेले ही
मरना है

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