उसको सब पता है उसको सब पता है मेरे बचपन की सारी कहानी वो शतरंज, ताश, राजा और रानी मेरे हाथ की खरोच, पैर की पुरानी मोच मासूम, नादान पहली-पहली सोच उसको सब पता है ♪ मेरे गीतों का राज़, सपनों का साज़ दिल की छत पे उड़ती वो पतंग का निबाज़ काँपती है क्यूँ कभी-कभी मेरी आवाज़? उसको सब पता है मेरे बचपन की सारी कहानी वो शतरंज, ताश, राजा और रानी ♪ मेरे घर का वो कछुआ, अकेलेपन का कुआँ सस्ता वो खिलौना, मेरा चांदी-सोना यादें खारी-खारी, आदतें वो सारी (सारी) उसको सब पता है उसको सब पता है मेरे बचपन की सारी कहानी वो शतरंज, ताश, राजा और रानी उसको सब पता है