रास्ता खुला सा है धुएँ में दिल उड़ा सा है कहानी ये तेरी-मेरी सफ़र नया मिला सा है आएँगी कुछ वादियाँ हर मोड़ पे आज़ादियाँ धुन कोई गाओगी तुम गुनगुनाएँगे हम ये दिन नया-नया, रोशन ये समाँ झूमें-नाचें हम बेवजह, बेवजह जैसे बूँदें मुसाफ़िर, मंज़िल है कहाँ है जहाँ हवाओं में नशा सुन रहा है ना तू, धड़कनें बेताब हैं बुन रहा है ना तू, ख़्वाब सा कुछ साथ है जलने दो इस आग को इस राख को अब उड़ने दो आँखों में ये ख़्वाब लो साज़ ये उसे बहने दो ये दिन नया-नया, रोशन ये समाँ झूमें-नाचें हम बेवजह, बेवजह जैसे बूँदें मुसाफ़िर, मंज़िल है कहाँ है जहाँ हवाओं में नशा