ये क्या जगह है दोस्तों! ये क्या जगह है दोस्तों! यहाँ कोई किसी के ना साथ है ये क्या जगह है दोस्तों! ये क्या जगह है दोस्तों! यहाँ कोई किसी के ना साथ है यारों की यारगी, ही-ही, yeah woah-oh-oh यारों की यारगी, याद आए वो आवारगी ये क्या जगह है दोस्तों! ये क्या जगह है दोस्तों! यहाँ यारों सी ना बात है वो पल मिलके गुज़ारे थे जो कल वो पल मिलके गुज़ारे थे जो कल वो यादें, वो जो बन गई है गज़ल ये क्या जगह है दोस्तों! ये क्या जगह है दोस्तों! यहाँ बीते पल का ना ख़ुमार है होती थी हर वक़्त दिलों की बातें होती थी हर वक़्त दिलों की बातें गुज़रते थे दिन और ढलती थी रातें कभी शोर में भी सुकून था आवारा राहों में भी नूर था कभी शोर में भी सुकून था आवारा राहों में भी नूर था ये क्या जगह है दोस्तों! ये क्या जगह है दोस्तों! यहाँ जन्नतें भी बेनूर है