अधूरा था, तेरे बिन आवारा था तेरे बिन अकेला था महकी फिज़ा है, नशे में डूबा समाँ है रंगों में बिखरा खुला आसमाँ जिधर भी मैं देखूँ तो दिखता चेहरा तेरा है कब, क्यूँ, कैसे हुआ ये, क्या पता? मिला जो तुमसे तो ऐसा लगा सारा जहाँ है थम सा गया उलझने लगा कुछ इस तरह तेरी डोर से अधूरा था, तेरे बिन आवारा था तेरे बिन अकेले था एक सहारा था, तेरे बिन मैं बहका था तेरे बिन मैं खोया था ♪ जुदा खुद से होने लगा हूँ तुझसे ही जुड़ने लगा हूँ तुझको ही चाहने लगा हूँ बेपनाह (बेपनाह, बेपनाह) साँसें भी घुलने लगी हैं धड़कन भी बढ़ने लगी है दिल दिल से मिलने लगे हैं बेपरवाह मिला जो तुमसे तो ऐसा लगा सारा जहाँ है थम सा गया उलझने लगा कुछ इस तरह तेरी डोर से अधूरा था, तेरे बिन आवारा था तेरे बिन अकेले था एक सहारा था, तेरे बिन मैं बहका था तेरे बिन मैं खोया था अधूरा था, तेरे बिन आवारा था तेरे बिन अकेले था एक सहारा था, तेरे बिन मैं बहका था तेरे बिन मैं खोया था