Kishore Kumar Hits

Ratnang Singh - Bezubaan lyrics

Artist: Ratnang Singh

album: Bezubaan


एक दिन उनसे कहीं
बस यूँ ही नज़रें मिली
नज़रों ने कुछ कह दिया
तो हल्के से शरमा वो गई
और एक ही पल में दिल बेज़ुबाँ हो गया
जो तीर वो चलाने लगी
हाँ, घायल हुआ मैं इस तरह
धड़कन गुनगुनाने लगी

रंगीन था समाँ, शाम हसीन
हो रहा था कुछ, हमें था यक़ीं
पर दूर कहीं जो बादल गरजने लगे
लबों पे थी जो बात, कह ना सके
बिन मौसम की बरसात ने
जमाया माहौल इस तरह
धड़कन गुनगुनाने लगी

बात है ये उस शाम की
जब उनसे पहली मुलाक़ात थी
दोबारा नज़र वो आई नहीं
पर होश वो चुरा ले गई
अब करें भी क्या हम तो, यारा?

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