क्या? जो तू नशा, तो होने दे मुझे भी बेहया, मैं होना चाहूँ जो लापता, तो होने दे मुझे यूँ रोकना ये इल्तज़ा जो तू नशा, तो होने दे मुझे भी बेहया, मैं होना चाहूँ जो लापता, तो होने दे मुझे यूँ रोकना, ये इल्तज़ा है ये जो नशा, तेरी आँखों से बहता पी लूँ मैं मदहोश यहाँ, माहौल बना इसे जी लूँ मैं जो तू है दवा, मंजूर सजा, सौ बार भी हस कर ही लूँ मैं ख़ामोश कहानी नज़रों की, होती ना बयाँ कहनी तू है आज मज़ा तो मिजाज में है दोनों यहाँ हम साथ जो है होने खफा अब सारे ये तारे वो नूर कहाँ है जो आप में है क्यूँ रोक लूँ खुद को? मुझे कहे जाने दे ये गाने के बोल, ना जाना ये जज्बात है, बह जाने दे हाँ तेरा हुआ में तेरा ही रह जाने दे मैं जी भर के पी लूँ ना आँखें तेरी कम है, महखाने से जो तू नशा, तो होने दे मुझे भी बेहया, मैं होना चाहूँ जो लापता, तो होने दे मुझे यूँ रोकना ये इल्तज़ा कभी लगता है, ये गाने वाने सब जूठ हैं कभी लगता है, सिर्फ यही सच है And I know you want me to spend more time with you but क्या करूँ? this is what I am now बात करी तुझसे तो खोया में आज सब है पता तुझे ना कोई है राज एक ना हज़ार लिखे किस्से कलम ने पर इतनी रूहानी कभी बनी नी बात याद में कभी तू मेरी होना निराश अभी ज़रा जंग मेरी खुद के साथ पल ये वाले भी होने कैद इतिहास में में लिख दूँ ज़रा जो ये समा ये तेरा नाम राते ना कम किसी ख्वाब से ये शर्माना तेरा भी लाजमी है दीवाने हम भी बहक जो गए क्यूँ ना आँख हटे मेरी आप से है क्यूँ रोक लूँ खुद को? मुझे कहे जाने दे ये गाने के बोल, ना जाना ये जज्बात है, बह जाने दे हाँ तेरा हुआ में तेरा ही रह जाने दे मैं जी भर के पी लूँ ना आँखें तेरी कम है, महखाने से जो तू नशा, तो होने दे मुझे भी बेहया, मैं होना चाहूँ जो लापता, तो होने दे मुझे जो तू नशा, तो होने दे मुझे भी बेहया, मैं होना चाहूँ जो लापता, तो होने दे मुझे यूँ रोकना ये इल्तज़ा क्या? फिर ♪ क्या?