चल रही है ज़िंदगी की ये दास्ताँ बढ़ रही है ज़िंदगी की ये कहानियाँ बातों का भी हम सीधा सामना करने लगे कहाँ गए वो दिन जब हम दूसरों का सोचते थे? जब से आया तू, हो रही हैं ये लम्हें हसीं जब से आया तू, यादें भी हैं अलग जब से आया तू, चेहरे पे मुस्कुराहट नयी जब से आया तू, सपने भी हैं अलग ♪ गुमशुदा हो या हो कहीं तुम लापता? रह सा गया एहसासों में लबों का फ़लसफ़ा ख़यालों में भी तुम रहकर साथ निभाने लगे कहाँ गए वो दिन जब हम दूसरों का सोचते थे? जब से आया तू, हो रही हैं ये लम्हें हसीं जब से आया तू, यादें भी हैं अलग जब से आया तू, चेहरे पे मुस्कुराहट नयी जब से आया तू, सपने भी हैं अलग ♪ सवालों का भी हम बिन सोचे जवाब देने लगे बहकी बातों में आकर होश भी खोने लगे जब से आया तू, हो रही हैं ये लम्हें हसीं जब से आया तू, यादें भी हैं अलग जब से आया तू, चेहरे पे मुस्कुराहट नयी जब से आया तू, सपने भी हैं अलग जब से आया तू, आया तू जब से आया तू, आया तू